---------------------------------------------------------

रविवार, 3 जून 2018

5 Dosh

मर्ग मीन गज भुजंग पतंगा एक दोष कारण विनाश
.:-):-):-):-):-):-):-):-)(^。
गुरु रविदास जी कहते हैं कि इन जीवो में एक एक  दोष विद्यमान रहता है
और एक दोष के कारण अपनी जान गवानी पड़ती है और एक इंसान के अंदर पांच प्रकार के दोष पाए जाते हैं जैसे काम क्रोध मोह लोभ और तृषणा।
जैसे  एक हिरण के अंदर कस्तूरी विद्यमान रहती है और उसकी सुगंध उसके दिमाग में बार-बार आती रहती है और वह उस सुगंध की वजह से पूरे जंगल को सुगंता फिरता है
मगर कस्तूरी नहीं  मिलती  एक दिन पर
शिकारी के जाल में फंस जाता है
इसी तरह फूल के रस को  चूसता रहता है और जब शाम होती है तब तक उसके रस से उसका जी नहीं भरता और उस फूल के अंदर बंद हो जाता है इसी तरह गजमणि हाथी जब मस्त होता है तब कागज की हथनी बनाकर एक जाल में फंसा दिया जाता है इसी तरह पतंगा रोशनी की तरफ देखने की वजह से उस दीप में जलकर मर जाता है और एक मीन मछली कांटे पर लगे हुए चारे को
देखकर ललचाती है और उसको स्वाद लेने के चक्कर में कांटे में फंस जाती है इस ही तरह इंसान के अंदर 5 दोस् मिलते हैं जिस कारण उसे अपना जीवन मैं सफलता नहीं मिलती अगर हम एक एक दोस् पर भी अपना मन का संतुलन बनाए तो हमें शायद कोई कामयाबी मिल जाय अभय दास

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thnks, all